चतरा: झारखंड में पहली बार नक्सली दस्तों के बजाय शीर्ष नक्सलियों को टारगेट कर अभियान चलाया जा रहा है. भाकपा माओवादियों का शीर्ष नेतृत्व पुलिस के निशाने पर है.
झारखंड विधानसभा चुनाव को देखते हुए राज्य के सबसे खतरनाक नक्सली संगठन भाकपा माओवादियों के खिलाफ राज्यभर में अभियान शुरू किया गया है. पुलिस मुख्यालय के स्तर पर पूरे अभियान की मॉनिटरिंग की जा रही है.
राज्य पुलिस के आला अधिकारियों के मुताबिक, माओवादियों के शीर्ष नेताओं को चिन्हित कर उनके खिलाफ अभियान शुरू हो चुका है. सरायकेला में भाकपा माओवादियों के केंद्रीय कमेटी सदस्य और एक करोड़ के इनामी पतिराम मांझी उर्फ अनल, आकाश उर्फ तिमिर, प्रशांत बोस, महाराज प्रमाणिक, अमित मुंडा जैसे बड़े माओवादी निशाने पर है.
भौगोलिक दृष्टिकोण से यह इलाका रांची के तमाड़, खूंटी से भी सटता है. ऐसे में वहां से निकलने के रास्तों पर अभियान चलाया जा रहा है. सारंडा के पौडाहाट में जोनल कमांडर जीवन कंडुलना के दस्ते के खिलाफ भी अभियान चल रहा है. पुलिस के आईजी नवीन कुमार सिंह के अनुसार झारखंड में लगातार ऑपरेशन चल रहा है और सभी नक्सली संगठन टारगेट पर है.
भाकपा माओवादी विवेक यादव, चंदव यादव समेत छतीसगढ़ के कुछ युवा नक्सलियों का दस्ता गढ़वा के भंडरिया और छतीसगढ़ के बलरामपुर की सीमा पर सक्रिय है. इस दस्ते को चिन्हित कर सीआरपीएफ और राज्य पुलिस की टीमें अभियान चला रही है.
बूढ़ापहाड़ के इलाके में भाकपा माओवादी विश्वनाथ ने बीते दो, तीन सालों से लैंड माइंस से घेराबंदी कर रखी है. ऐसे में पुलिस वहां फुंक-फुंक कर कदम रख रही है. चतरा गया के सीमावर्ती इलाके में 25 लाख के ईनामी संदीप यादव, प्रद्युमन यादव के दस्ते को टारगेट कर अभियान चल रहा है.
संदीप की सक्रियता बिहार के चकरबंधा इलाके में भी रही है. प्रद्युमन शर्मा के दस्ते के साथ बीते कुछ महीने पहले चतरा पुलिस की मुठभेड़ हुई थी. अब प्रद्युमन कोडरमा-नवादा सीमा पर सक्रिय है. बिहार के सीमावर्ती जिले जमुई के साथ मिलकर भी देवघर, गिरिडीह पुलिस अभियान चला रही है.