नई दिल्ली: बीजेपी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्याम जाजू ने मोदी सरकार के 20 लाख करोड़ रुपये आर्थिक पैकेज का स्वागत करते हुए विपक्षी पार्टियों पर निशाना साधा है.
उन्होंने इस बात बात पर जोर दिया है कि इस आर्थिक पैकेज से देश को तात्कालिक और दूरगामी लाभ मिलेगा. वहीं उन्होंने प्रवासी मजदूरों को लेकर कांग्रेस पर सस्ती राजनीति करने का भी बड़ा आरोप लगाया है.
उन्होंने आश्चर्य व्यक्त किया कि जब देश कोरोना महामारी से लड़ने के लिये एकजुट है ऐसे में भी विपक्षी पार्टियां लोगों को भ्रमित करने में जुटी हुई है.
श्याम जाजू ने कहा कि केंद्र सरकार ने तत्काल प्रवासी मजदूरों, झुग्गी-झोपंड़ी में रहने वाले लोगों,किसानों, गरीबों को तुरंत डीबीटी के माध्यम से उनके खाते में पैसा पहुंचाया.
उन्होंने कहा कि सरकार ने जो यह सहायता राशि भेजी उसमें 1 रुपये का भी भ्रष्टाचार नहीं हुआ है. उन्होंने कहा कि 3 महीने तक सभी को 5 किलो गेंहू और 1 किलो चना देने की योजना की शुरुआत भी हो चुकी है. उन्होंने साथ ही हाल ही में शुरु किये गए वन नेशन-वन राशन को उपयोगी बताया है.
उन्होंने कहा कि किसानों को 2,000 रुपये भेजने और उज्जवला योजना के लाभार्थियों को भी राशि भेजकर इस संकट से लड़ने में मदद पहुंचाई गई है. तो दूसरी तरफ दूरगामी सोच को रखते हुए पीएम नरेंद्र मोदी ने देश की इकॉनोमी को बूस्ट करने के लिये भी बेहतर प्लान रखा है. जिससे देश के खस्ताहाल इकॉनोमी को आगे बढ़ने में मदद मिलेगी.
वहीं उन्होंने प्रवासी मजदूरों को लेकर हो रही राजनीति पर दुःख भी जताया है. उन्होंने इस दौरान प्रवासी मजदूरों को पैदल चलने और रास्ते में दुर्घटना का शिकार होने को बेहद कष्टदायक बताया है. लेकिन उन्होंने इतना जरुर कहा कि जब केंद्र सरकार ने स्पेशल श्रमिक ट्रेनें चलाकर इन प्रवासी मजदूरों को उनके प्रदेश भेजने का बीड़ा उठाया, तो कई राज्यों ने सहयोग नहीं किया.
पश्चिम बंगाल,राजस्थान जैसे राज्यों ने अपने प्रवासी मजदूरों के लिये 15 फीसदी खर्च करने से भी कतराती रही. उन्होने अपने राज्य लौट रहे इन प्रवासी मजदूरों को क्वारंटीन सेंटर और खाने-पीने की उचित व्यवस्था को लेकर पहले से ही राज्य सरकारों को विशेष राशि भेजी गई है.
उन्होंने कोरोना महामारी को लेकर कहा कि कोई इसकी भविष्यवाणी करने की स्थिति में नहीं है. उन्होंने पीएम नरेंद्र मोदी के कोरोना वायरस के मामले शुरु होते ही देश में लॉकडाउन की घोषणा करके साबित कर दिया कि वे दूरदर्शी राजनेता है. उन्होंने कहा कि कोरोना वॉररियर्स को पीपीई किट,मास्क और कोरोना मरीजों को वैंटिलेटर जैये सुविधा पहुंचाने में तेजी से केंद्र सरकार ने कदम उठाये है. जिसकी जितनी सराहना की जाए वो कम है.
श्याम जाजू ने कहा कि कोरोना को हराने के लिये हम सबको सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना जरुरी है. उन्होंने कहा कि भारत एक ऐसा देश है जहां सामान्य स्थिति में कोई न कोई सामूहिक आयोजन होते रहता है.
विदेशों की तुलना में हम सब लोग ज्यादा सोशल होते है. हालांकि पहले लॉकडाउन से तीसरे लॉकडाउन पहुंचते-पहुंचते लोगों ने अपनी जीवन-शैली भी तेजी से बदली है, जो काबिलेतारीफ है.
उन्होंने कहा कि सिर्फ कानून के डंडे से ही सब कुछ नहीं सिखाया जाता. इस दौरान लोगों ने खुद को आइसोलेट भी किया है. जितना आदमी सजग रहेगा हम इससे लड़ पाएंगे. इसके अलावा सेनिटाइज का भी ध्यान रखना बेहद जरुरी है.
दरअसल हम सबको कोरोना के साथ जीने की आदत बनानी होगी. इसके लिये बिना काम के घर से बाहर नहीं जाने की प्रवृत्ति को अपनाना होगा. उन्होंने कहा कि हाल के दिनों में घर से ही काम और पढ़ाई को लेकर लोगों में सजगता आई है.
श्याम जाजू ने कहा कि इन प्रवासी मजदूरों के मजबूरी में घर वापसी करने के बाद बैरोजगारी की समस्या न खड़ी हो इसके लिये पहले से ही मनरेंगा में पैसा बढ़ाया गया है. इसके अलावा मनरेगा का बजट बढ़ाया गया. लोगों को मनरेगा के तहत 202 रुपये दिये जा रहे है.
कोरोना के कारण जीवनशैली बदल गई है. यहां तक कि शादी, अंतिम संस्कार तक में कम लोग शामिल हो रहे है. कोई किसी को अपने घर में इनवाइट नहीं कर रहा है. जो स्वागत योग्य है.