लैटिन भाषा में “कोरोना” का अर्थ “मुकुट” होता है और इलेक्ट्रॉन सूक्ष्मदर्शी से देखने पर इस वायरस के कणों के इर्द-गिर्द उभरे हुए कांटे जैसे ढाँचों से में मुकुट जैसा आकार दिखता है, जिस पर इसका नाम कोरोना रखा गया था.
यह एक नावेल कोरोनावायरस है. इससे पहले इस वायरस फैमिली के इस सदस्य से इंसानों का सामना नहीं हुआ था. दूसरे वायरस की तरह यह वायरस भी जानवरों से आया है. यह नावेल कोरोनावायरस आमतौर से जानवरों से उत्पन्न हुआ है. इबोला और फ्लू इसके अन्य उदाहरण हैं.
कोरोनावायरस (Coronavirus) कई वायरस (विषाणु) प्रकारों का एक समूह है जो मुख्यतः स्तनधारियों और पक्षियों में रोग के कारक होते हैं. यह आरएनए वायरस होते हैं. मानवों में यह श्वास तंत्र संक्रमण के कारण होते हैं, जो कभी-कभी जानलेवा होते हैं. गाय और सूअर में यह अतिसार और मुर्गियों में यह ऊपरी श्वास तंत्र के रोग के कारण बनते हैं.
इनकी रोकथाम के लिए कोई टीका (वैक्सीन) या वायररोधी (antiviral) अभी उपलब्ध नहीं है और उपचार के लिए जीव को अपने प्रतिरक्षा प्रणाली पर निर्भर करना पड़ता है और रोगलक्षणों (जैसे कि डीहाइड्रेशन, ज्वर, निमोनियाँ आदि) का उपचार किया जाता है ताकि संक्रमण से लड़ते हुए शरीर की शक्ति बनी रहे.
स्वास्थ्य मंत्रालय ने कोरोना वायरस से बचने के लिए दिशानिर्देश जारी किए हैं. इनके मुताबिक, हाथों को साबुन से धोना चाहिए. अल्कोहल आधारित हैंड रब का इस्तेमाल भी किया जा सकता है. खांसते और छीकते समय नाक और मुंह रूमाल या टिश्यू पेपर से ढककर रखें. जिन व्यक्तियों में कोल्ड और फ्लू के लक्षण हों उनसे दूरी बनाकर रखें. अंडे और मांस के सेवन से बचें. जंगली जानवरों के संपर्क में आने से बचें.
भारत में कितना खतरा
डॉ . धारीवाल के मुताबिक, देश में वायरस संक्रमण का जोखिम है क्योंकि चीन भारत का पड़ोसी देश है. वहीं चीन से नेपाल और पाकिस्तान लोग काफी संख्या में आवागमन करते है. यही वजह है कि जोखिम को देखते हुए सरकार ने पिछले तीन दिनों में इसके संक्रमण को रोकने के लिये युद्धस्तर पर प्रयास किए हैं. इस वायरस से बचने का सबसे कारगर तरीका है मास्क का इस्तेमाल करन.
सांप के जरिए मानव शरीर में पहुंचा वायरस संक्रमण
कोरोना वायरस (Corona Virus) से जुड़ी शुरुआती जांच रिपोर्ट के मुताबिक, मानव शरीर में वायरस का संक्रमण चीन में सांप के जरिए हुआ है. देश के पूर्वोत्तर राज्यों सहित जनजातीय बहुल क्षेत्रों में इस तरह के वायरस के संक्रमण की आशंका बनी हुई ह. डॉ. धारीवाल के मुताबिक, चीन में सांप का मांस खाया जाता है. वायरस संक्रमण के पीछे रिपोर्ट में इस बात का खुलासा किया गया ह.
भारत वायरसों के संक्रमण को रोकने में कामयाब
डॉ . धारीवाल के मुताबिक, पिछले कुछ वर्षों में देश के सामने विभिन्न प्रकार के वायरस चुनौती के रूप में उभरे हैं. इबोला, निपाह, जीका और सार्स विषाणु तमाम देशों में फैले लेकिन भारत ने पुख्ता सर्विलांस सिस्टम के माध्यम से इनके संक्रमण को रोकने में सफलता पाई ह. जहां तक निपाह का सवाल है तो इसे केरल से और जिका को मध्य भारत के दायरे में ही सीमित कर दिया गय.
अलर्ट पर है निगरानी तंत्र
देश में विदेशों से फैलने वाले वायरस संक्रमण को रोकने के लिए हवाई अड्डों सहित अन्य प्रवेश मार्गों पर मजबूत निगरानी तंत्र अलर्ट पर ह. संभावित मरीजों को चिकित्सा निगरानी में रख कर उनकी बारीकी से जांच की जा रही ह. देश में अभी तक कोरोना वायरस के मामले की पुष्टि नहीं हुई ह. लोगों को घबराने के बजाए इससे बचाव के तरीकों को अपनाना चाहिए और सतर्कता बरतनी चाहि. आप अपनी डाइट पर ध्यान देकर भी इस वायरस से अपना बचाव कर सकते हैं.
कोरोना वायरस के लक्षण
- कोरोनावायरस (कोवाइड-19) में पहले बुख़ार होता है.
- इसके बाद सूखी खांसी होती है और फिर एक हफ़्ते बाद सांस लेने में परेशानी होने लगती है.
- इन लक्षणों का हमेशा मतलब यह नहीं है कि आपको कोरोना वायरस का संक्रमण है.
- कोरोना वायरस के गंभीर मामलों में निमोनिया, सांस लेने में बहुत ज़्यादा परेशानी, किडनी फ़ेल होना और यहां तक कि मौत भी हो सकती है.
उम्रदराज़ लोग और जिन लोगों को पहले से ही कोई बीमारी है (जैसे अस्थमा, मधुमेह, दिल की बीमारी) उनके मामले में ख़तरा गंभीर हो सकता है.
कुछ और वायरस में भी इसी तरह के लक्षण पाए जाते हैं जैसे ज़ुकाम और फ्लू में.
संक्रमण से बचने के उपाय
कोरोना का संक्रमण फैलने से कैसे रोकें?
- अगर आप संक्रमित इलाक़े से आए हैं या किसी संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में रहे हैं तो आपको अकेले रहने की सलाह दी जा सकती है.
- घर पर रहें
- ऑफ़िस, स्कूल या सार्वजनिक जगहों पर न जाएं
- सार्वजनिक वाहन जैसे बस, ट्रेन, ऑटो या टैक्सी से यात्रा न करें
- घर में मेहमान न बुलाएं.
- घर का सामान किसी और से मंगाएं.
- अगर आप और भी लोगों के साथ रह रहे हैं तो ज़्यादा सतर्कता बरतें.
- अलग कमरे में रहें और साझा रसोई व बाथरूम को लगातार साफ़ करें.
- 14 दिनों तक ऐसा करते रहें ताकि संक्रमण का ख़तरा कम हो सके.
इस तरह के कोई प्रमाण नहीं मिले हैं कि कोरोना वायरस पार्सल, चिट्टियों या खाने के ज़रिए फैलता है.
कोरोना वायरस जैसे वायरस शरीर के बाहर बहुत ज़्यादा समय तक ज़िंदा नहीं रह सकते.
कोरोना वायरस का संक्रमण हो जाये तब?
- इस समय कोरोना वायरस का कोई इलाज नहीं है लेकिन इसमें बीमारी के लक्षण कम होने वाली दवाइयां दी जा सकती हैं.
- जब तक आप ठीक न हो जाएं, तब तक आप दूसरों से अलग रहें.
- कोरोना वायरस के इलाज़ के लिए वैक्सीन विकसित करने पर काम चल रहा है.
- इस साल के अंत तक इंसानों पर इसका परीक्षण कर लिया जाएगा.
- कुछ अस्पताल एंटी-वायरल दवा का भी परीक्षण कर रहे हैं.
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मधुमेह और निमोनिया के मरीज बरतें सावधानी
मधुमेह या निमोनिया सहित कमजोर रोग प्रतिरोधक क्षमता वाले लोगों को अतिरिक्त सावधानी बरतने की जरूरत है. कमजोर रोग प्रतिरोधक क्षमता वाले लोग ऐसे वायरस संक्रमण के आसान शिकार हो सकते हैं.