दिल्ली: दिल्ली के शाहीन बाग से प्रदर्शनकारियों का टेंट उखाड़ने के बाद पुलिस ने सीलमपुर, जामिया और हौजरानी में भी कार्रवाई की. सीलमपुर में कई दिनों से नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) और राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर (एनआरसी) को लेकर धरना प्रदर्शन चल रहा था. मंगलवार सुबह भारी पुलिस फोर्स की तैनाती के बीच प्रदर्शनकारियों के टेंट उखाड़ दिए गए हैं. साथ ही 66 फुटा रोड को खाली करा लिया गया है.
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इसके अलावा जामिया और हौजरानी इलाके से भी प्रदर्शनकारियों को हटा दिया गया है. प्रदर्शनकारियों का सामान पुलिस अपने साथ ले गई. पुलिस का कहना है कि दिल्ली में कोरोना वायरस के कारण धारा-144 लागू है और पांच से अधिक लोगों को इकट्ठा होने की इजाजत नहीं दी जा रही है. हमने लोगों से अपील की थी कि वह धरना प्रदर्शन खाली कर दें, लेकिन लोगों ने अपील नहीं मानी. इसके बाद हमें यह कार्रवाई करनी पड़ी.
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इससे पहले 101 दिन से चल रहे शाहीन बाग प्रदर्शन स्थल को दिल्ली पुलिस ने खाली करवा दिया है. अब ड्रोन कैमरों से इलाके पर नजर रखी जा रही है. साउथ ईस्ट दिल्ली के डीसीपी ने बताया कि जब प्रदर्शन को हटाने पुलिस पहुंची तो तकरीबन पचास लोग थे, जिनमें से कुछ लोगों ने ही विरोध किया, बाकी सब आसानी से चले गए. नौ लोगों को पुलिस ने हिरासत में लिया है.
लगभग पूरा देश लॉकडाउन
कोरोना वायरस के कारण 30 राज्यों के 548 जिले लॉकडाउन है. दिल्ली के सात जिले भी लॉकडाउन है. सरकारों ने लोगों से घर में रहने की अपील की है. यही वजह है कि लखनऊ के घंटाघर और चेन्नई में चल रहे सीएए विरोधी प्रदर्शन को स्थगित कर दिया गया था, जबकि दिल्ली के अलग-अलग इलाकों में धरना प्रदर्शन जारी था. पुलिस ने आज सभी धरना प्रदर्शन स्थल को खाली करा लिया है.