रांची: हेमंत सोरेन सरकार द्वारा राज्य को लॉकडाउन किए जाने की अधिसूचना के बाद से ही राज्य के हर जिले में स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया करा पाना तो दूर हर ओर कालाबाजारी अपने चरम पर है. उक्त बातें झारखंड भाजपा के प्रदेश मीडिया पैनलिस्ट अजय राय ने कही है.
उन्होंने कहा कि एक ओर राज्यवासी कोरोना वायरस से अपने को सुरक्षित रखने को लेकर घर के अंदर लॉकडाउन है वहीं उनके जरूरत की वस्तुओं को इतने बढ़े हुए दामों में उन्हें खरीदना पड़ रहा है जिसका सीधा प्रभाव उनके बजट पर है.
वो सोचने के लिए मजबूर है आखिर आगे उनका क्या होगा ? कैसे उनका घर चलेगा ? कैसे वो आगे का घर गृहस्थी चलाएंगे ? उनके मानसिक स्थिति को देखते हुए अंदाजा लगाए जा सकता है.
अजय राय ने कहा कि सूबे के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का दावा जिसमें उन्होंने कहा था कि राज्य वासियों को कहीं कोई तकलीफ नहीं होगी. उन्हें दिनचर्या का सामान उपलब्ध कराया जाएगा. वहीं जमाखोरों पर लगाम लगाने की भी बात उन्होंने कही थी मगर उनका दावा पूरी तरह फेल होता हुआ दिखाई दे रहा है.
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मास्क सैनिटाइजर की तो मारामारी पहले से ही है. फल सब्जी दूध और रोजमर्रा की समान का दाम इतना बढ़ा हुआ है की आम जनता त्राहि-त्राहि कर रही है. उनके सामने एक ओर कोरोना की मार दूसरी ओर जमाखोरी और कालाबाजारी की. वह करे तो क्या करें? राय ने कहा कि हालात को देखते हुए ऐसे में हेमंत सोरेन सरकार इस पर तत्काल रोक नहीं लगाती है तो स्थिति काफी भयावह होगी और उस पर सरकार को नियंत्रण कर पाना मुश्किल हो जाएगा. इसलिए समय रहते सरकार इस पर कार्रवाई करें और इसको नियंत्रित करने को लेकर हर कदम उठाए, जिससे इस पर नियंत्रण किया जा सके.