रांची: मतदाताओं के वोट ईवीएम में बंद हैं. चुनाव मैदान में खड़े प्रत्याशियों की धड़कन बढ़ी हुई है. इस बार का चुनाव कई मायने में बीते विधानसभा चुनाव से भिन्न है. इस बार कई मायने में चुनाव में आर या पार वाली स्थिति है. कई समीकरणों की वजह से इस चुनाव के चर्चे राष्ट्रीय स्तर पर भी हो रहे हैं. अब सबकी नजरें सोमवार यानी 23 दिसंबर पर टिकी है.
जमशेदपुर पूर्वी से मुख्यमंत्री रघुवर दास के खिलाफ उनके ही कैबिनेट में सहयोगी मंत्री सरयू राय नेता मैदान में हैं. लगातार हारने के बाद वापसी की उम्मीद में सुदेश महतो और बाबूलाल मरांडी चुनाव मैदान में हैं.
लोकसभा चुनाव हारने के बाद जीत का स्वाद चखने भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मण गिलुआ मैदान में हैं. कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष डॉ रामेश्वनर उरांव अपने ही पुराने सहयोगी और कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सुखदेव भगत से दो-दो हाथ कर रहे हैं.
कभी चुनाव बहिष्का्र का आह्वान करने वाले कुंदन पाहन भी वोट की चाहत में मैदान में हैं. दो परिवार की बहू और रिश्ते में देवरानी-जेठानी रागिनी सिंह एवं पूर्णिमा नीरज सिंह किस्मत आजमा रही है. लाल झंडे के बैनर तले मंत्री तक बनने वाली अर्पणा सेनगुप्ता भगवा ओढ़कर अरूप चटर्जी से टक्करा रही है.
कभी भाजपा के खिलाफ जमकर भड़ास निकालने वाले कुणाल षाड़ंगी उसी पार्टी से मैदान में हैं.
वर्ष 2014 में दलवार सीटें-
- भाजपा- 37
- झामुमो- 19
- झाविमो- 08
- कांग्रेस- 06
- आजसू- 05
- अन्य- 06