नई दिल्ली: इस वर्ष जनवरी से मार्च के बीच भारत की शहरी बेरोजगारी दर कम से कम चार तिमाहियों में सबसे कम रही, जो कि एक अप्रकाशित सरकारी रिपोर्ट के अनुसार सबसे कम है.
सांख्यिकी मंत्रालय की त्रैमासिक नौकरियों की रिपोर्ट में दर्ज की गई संख्या, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को कुछ राहत दे सकती है, जिन्होंने आर्थिक विकास की धीमी गति के कारण पर्याप्त नौकरियां नहीं बना पाने के कारण आलोचना का सामना किया है.
पिछली तिमाही में 9.9% की तुलना में जनवरी-मार्च तिमाही की शहरी बेरोजगारी दर. अप्रैल-जून 2018 सर्वेक्षण अवधि से पहले का तिमाही डेटा उपलब्ध नहीं है और जनवरी-मार्च तिमाही की दर तब से सबसे कम है.