रांची: भाजपा विधायक दल नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने हेमंत सरकार पर कड़ा हमला बोला. उन्होंने कहा कि राज्य में उद्योग धंधे चौपट हो रहे हैं पर एक उद्योग तेजी से फल फूल रहा है, वह है तबादला उद्योग.
उन्होंने कहा कि आज गरीबों, मजदुरों, रोज कमाने खाने वाले, ठेला खोमचा लगाकर परिवार चलाने वाले दयनीय हालत में है. शिक्षित बेरोजगार नवयुवक रोजगार की तलाश में दर दर भटक रहा है, कोरोना संक्रमण में अपने घर लौटे मजदूर फिर से लाखों की संख्या बाहर जाने को विवश है, अस्पताल में मरीज इलाज के बिना दम तोड़ रहे. राज्य सरकार को इनकी स्थिति कैसे सुधरे, इसकी चिंता नही है. सरकार को चिंता इसकी है कि कैसे सत्ता के दलालों को खुश किया जाये.
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार इसके लिये एक उद्योग खोल रखी है वह है तबादला उद्योग. अधिकारियों के ट्रांसफर पोस्टिंग की बोली लगाई जा रही है.
मरांडी ने कहा कि जैसे हत्या, लूट, बलात्कार, उग्रवाद, भूख से मौत आदि के क्षेत्र में राज्य नए कीर्तिमान स्थापित कर रहा. उसी प्रकार तबादला के क्षेत्र में भी नए-नए कीर्तिमान स्थापित हो रहे. शायद ही कोई सप्ताह होगा, जिसमें इस सरकार ने ट्रांसफर पोस्टिंग नहीं किये होंगे.
उन्होंने कहा कि हद तो तब होती है जब ट्रांसफर की अधिसूचना जारी होती है और महज तीन घंटे में पूरी अधिसूचना रद्द हो जाती है. 30 सितंबर को छ: पुलिस उपाधीक्षकों का तबादला और उसी दिन सारे आदेश रद्द कर दिया जाना, इसका ताजा उदाहरण है.
मरांडी ने कहा कि ऐसा करने कराने के पीछे आखिर कौन सी ताकत काम कर रही है. उन्होंने कहा कि ट्रांसफर पोस्टिंग के भी नियम कायदे निर्धारित हैं, परंतु इस निकम्मी सरकार को नियमों से कुछ भी लेना देना नहीं है.