नई दिल्ली: 6 साल बाद भी रहस्य बनी है सुनंदा पुष्कर की मौत की वजह. सुनंदा पुष्कर जो की कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और तिरुवनंतपुरम से सांसद शशि थरूर की पत्नी थी. जिनकी संदिग्ध परिस्थितियों में छह साल पहले 17 जनवरी, 2014 को होटल लीला के कमरे में मृत पाई गई थीं. इससे एक दिन पहले पाकिस्तान की पत्रकार मेहर तरार के साथ ट्विटर पर उनकी लड़ाई हुई थी. 16 जनवरी को उन्होंने बेहद सकारात्मक ट्वीट किए थे जिनसे ऐसा नहीं लग रहा था कि वह किसी तरह के दबाव या तनाव में हैं और खुदकुशी कर सकती हैं.
ऑटोप्सी के बाद सुनंदा का अंतिम संस्कार कर दिया गया था. उस समय की ऑटोप्सी रिपोर्ट ने संकेत दिया था कि नींद की गोलियों के ओवरडोज के कारण उनकी मौत हुई. हालांकि रिपोर्ट से यह नहीं पता चला की उनकी मौत कैसे हुई और यह आत्महत्या थी या नहीं. वहीं उनकी पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार सुनंदा की मौत जहर से हुई और उनके शरीर के विभिन्न हिस्सों जैसे बांह, हाथ, पैर आदि पर चोट के 12 निशान थे.
सुनंदा पुष्कर का जन्म एक कश्मीरी पंडित परिवार में 27 जून 1964 को हुआ था। उनके पिता सेना में अधिकारी थे। 1990 में उनका परिवार बोमई से जम्मू आकर बसा था क्योंकि आतंकी हमले के दौरान उनके घर को जला दिया गया था।
उन्होंने 1988 में श्रीनगर के राजकीय कॉलेज से स्नातक डिग्री हासिल की थी. पढ़ाई के दौरान ही उन्होंने कॉलेज के अपने सहपाठी संजय रैना से शादी कर ली थी. हालांकि यह शादी ज्यादा नहीं चली और कुछ समय बाद उनका तलाक हो गया.
1989 में सुनंदा दुबई चली गईं जहां उन्होंने व्यापार की दुनिया में कदम रखा. दुबई में दो साल बाद उन्होंने सुजीत मैनन से शादी कर ली. 1992 में उनका एक बेटा हुआ. मार्च 1997 में सुजीत की एक हादसे में मौत हो गई थी.
साल 2009 में एक पार्टी के दौरान शशि थरूर और सुनंदा की मुलाकात हुई. आईपील विवाद के बाद दोनों ने 2010 में मलयाली परंपरा के अनुसार शादी कर ली थी.
पाकिस्तानी पत्रकार मेहर तरार और शशि थरूर के कथित संबंधों को लेकर सुनंदा और थरूर के बीच लड़ाई होनी शुरू हुई थी.
17 जनवरी, 2014 को सुनंदा पुष्कर की मौत हो गई थी. वह कथित तौर पर चिकित्सा उपचार से गुजर रही थी और एक दिन पहले ही दिल्ली पहुंची थी. शशि थरूर और पुष्कर ने होटल लीला के सुइट नंबर 345 में चेक-इन किया था क्योंकि उनके घर में रेनोवेशन और रंग-रोगन का कार्य चल रहा था.
सुनंदा पुष्कर आखिरी बार होटल लीला में दिन के साढ़े तीन बजे जिंदा देखी गई थीं. वहीं उस समय शशि थरूर कांग्रेस के एक सत्र में हिस्सा लेने के लिए गए थे. रात को 8.30 बजे थरूर और उनके दो सहयोगियों ने कमरे में पुष्कर का शव देखा था.
जांचकर्ताओं ने उस समय कहा था कि पुष्कर के शरीर पर चोट के 12 निशान मिले हैं जिसमें हाथ पर काटने का निशान भी था. हालांकि यह चोटें जानलेवा नहीं थी लेकिन इससे सवाल खड़ा हुआ कि क्या मौत से पहले उनके साथ मार-पीट हुई थी. पुष्कर की ऑटोप्सी रिपोर्ट में कहा गया था कि मौत का कारण अप्राकृतिक है. रिपोर्ट ने संकेत दिया की उनकी मौत ड्रग के ओवरडोज, अन्य स्ट्रॉन्ग दवाईयों या शराब के कारण हुई है. यह साफ नहीं है कि उन्हें जबरन ये दिया गया या उन्होंने खुद इसे लिया.
पुष्कर ने अपने आखिरी ट्वीट में से एक में कहा था, ‘कोशिश करूंगी, केआईएमएस (केरला इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसिस) में कई समस्याओं के बारे में पता चला है. कौन जानता है अब, जब भी जाना होगा, हंसते हुए जाएंगे. ’ उनका केआईएमएस में इलाज चल रहा था और उन्हें सात दिनों की दवाई दी गई थी.
कार्डियोलॉजी, ईएनटी, गैस्ट्रोएंटरोलॉजी, डेंटल और रुमेटोलॉजी विभाग के विशेषज्ञों ने उनकी जांच की थी
मौत वाले दिन यानी 17 जनवरी को पुष्कर के पति शशि थरूर सुबह कांग्रेस के सत्र में हिस्सा लेने के लिए पहुंचे थे. जब वह वापस होटल पहुंचे तो उन्हें 8.30 बजे के आसपास सुनंदा बेड पर मृत मिलीं थीं.