बच्चों के लिए अति लाभकारी है हँसपादी : वनौषधि – 24

प्रचलित नाम- हँसपदी/हंसराज, पथरचिटी प्रयोज्य अंग- पंचांग । स्वरूप-एक छोटा आकर्षक क्षुप जिसका काण्ड भूमिजन्यपत्ते संयुक्त, पत्रवृन्त काला चमकीला, पत्रक...

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जानिए मुक्तवर्चा के औषधीय गुण : वनौषधि – 23

प्रचलित नाम - सुलतान (ताम्रपत्र एवं हरित पत्र) कुप्पी प्रयोज्य अंग-पंचांग, पत्र, पुष्प ।स्वरूप- लघु एक सदनी गुल्म,पत्र भिन्न वर्णी...

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चर्मरोगों और दंतरोग में खैर के फायदे, औषधीय गुण तथा लाभ : वनौषधि – 22

प्रचलित नाम- खैर, खादिर और खदिर। प्रयोज्य अंग- खदिर सार, त्वक् ।स्वरूप- मध्यम कद का कंटकीय वृक्ष, पर्णवृंत के नीचे...

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शारीरिक बल, चमक और यौन शक्ति को बढ़ाता है अतिबला : वनौषधि – 21

प्रचलित नाम- कंघी, घंटिका, कंघिनी और अतिबला प्रयोज्य अंग- मूल की छाल, पत्र तथा बीजस्वरूप- बहुवर्षायु, मृदु, श्वेत मखमली रोमावरण...

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जानिए वासा के फायदे, श्वसन तंत्रगत विकार, टी.बी. और खांसी में है लाभदायक : वनौषधि – 20

प्रचलित नाम- वासा, वसाका, अड़ूसा प्रयोज्य अंग-पंचांग, पत्र, पुष्प, मूल की छाल । स्वरूप-सदा हरित अति शाखीत क्षुप, 4-8 फुट...

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